RRB Group D ट्रैक मेंटेनर और PET वालों के लिए नया नियम – तुरंत देखें पूरी जानकारी

भारतीय रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर भर्ती का एक बड़ा महत्व है। यह न केवल रेलवे के संचालन को सुचारू बनाता है, बल्कि लाखों युवाओं को रोजगार भी प्रदान करता है। ग्रुप डी में विभिन्न प्रकार के कार्य होते हैं, जिनमें से ट्रैक मेंटेनर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ट्रैक मेंटेनर का काम रेलवे ट्रैक की देखभाल और मरम्मत करना होता है, जिससे ट्रेनें सुरक्षित और समय पर चल सकें।

इस लेख में हम ग्रुप डी के कार्यों, विशेषकर ट्रैक मेंटेनर के काम की विस्तृत जानकारी देंगे। हम यह भी जानेंगे कि ग्रुप डी में भर्ती कैसे होती है, इसके लिए क्या योग्यता होनी चाहिए, और इस क्षेत्र में करियर के अवसर क्या हैं। साथ ही, हम ग्रुप डी के अन्य पदों और उनके कार्यों की भी चर्चा करेंगे।

ग्रुप डी कार्य: एक संक्षिप्त अवलोकन

विषयविवरण
पद का नामग्रुप डी
मुख्य कार्यरेलवे ट्रैक की देखभाल, मरम्मत और सुरक्षा सुनिश्चित करना
ट्रैक मेंटेनर का कामट्रैक की जांच करना, आवश्यक मरम्मत करना, और सुरक्षा मानकों का पालन करना
चयन प्रक्रियाकंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT), शारीरिक दक्षता परीक्षण (PET), दस्तावेज़ सत्यापन और चिकित्सा परीक्षा
वेतन18,000 से 25,000 रुपये प्रति माह (7वें वेतन आयोग के अनुसार)
करियर विकासप्रदर्शन के आधार पर पदोन्नति और विभागीय परीक्षाओं के लिए पात्रता
अन्य पदसहायक ब्रिज, सहायक सी एंड डब्ल्यू, सहायक संचालन, सहायक सिग्नल और टेलीकम्युनिकेशन

ग्रुप डी का कार्य: विस्तृत जानकारी

ग्रुप डी में विभिन्न प्रकार के कार्य होते हैं जो भारतीय रेलवे की सुचारू संचालन में मदद करते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं:

1. ट्रैक मेंटेनर

ट्रैक मेंटेनर का मुख्य कार्य रेलवे ट्रैक की देखभाल करना होता है। इसमें निम्नलिखित जिम्मेदारियाँ शामिल हैं:

  • ट्रैक की जांच: नियमित रूप से ट्रैक की स्थिति की जांच करना ताकि किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान समय पर किया जा सके।
  • मरम्मत कार्य: यदि ट्रैक में कोई कमी या खराबी होती है, तो उसे ठीक करना।
  • सुरक्षा मानकों का पालन: यह सुनिश्चित करना कि सभी सुरक्षा मानक पूरे हों ताकि ट्रेनें सुरक्षित रूप से चल सकें।

2. सहायक ब्रिज

सहायक ब्रिज का काम नए रेलवे पुलों के निर्माण में सहायता करना होता है। उन्हें सामग्री की गुणवत्ता सुनिश्चित करनी होती है और निर्माण प्रक्रिया को सुचारू बनाना होता है।

3. सहायक सी एंड डब्ल्यू

यह पद कोच और वैगनों की देखभाल करने के लिए होता है। इसमें कोचों की मरम्मत और रखरखाव शामिल होता है।

4. सहायक संचालन

सहायक संचालन का कार्य इलेक्ट्रिकल सिस्टम का रखरखाव करना होता है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी इलेक्ट्रिकल उपकरण सही तरीके से काम कर रहे हों।

5. सहायक सिग्नल और टेलीकम्युनिकेशन

यह पद सिग्नलिंग सिस्टम की देखभाल करता है ताकि ट्रेनें सही समय पर चल सकें और दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

6. सहायक कार्यशाला

कार्यशाला में उत्पादन प्रक्रिया को सहायता प्रदान करना इस पद का मुख्य कार्य होता है। इसमें विभिन्न मशीनों और उपकरणों का रखरखाव शामिल होता है।

7. सहायक डिपो

यह पद स्टोर में सामग्री की आपूर्ति और प्रबंधन करने के लिए होता है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी आवश्यक सामग्री उपलब्ध हो।

8. सहायक लोको शेड

लोको शेड में लोकोमोटिव की देखभाल करना इस पद का मुख्य कार्य होता है। इसमें लोकोमोटिव्स की मरम्मत और रखरखाव शामिल होता है।

ग्रुप डी भर्ती प्रक्रिया

ग्रुप डी में भर्ती प्रक्रिया चार चरणों में होती है:

  1. कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT): यह पहला चरण होता है जिसमें उम्मीदवारों को एक ऑनलाइन परीक्षा देनी होती है। परीक्षा में सामान्य ज्ञान, गणित, सामान्य विज्ञान आदि से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं।
  2. शारीरिक दक्षता परीक्षण (PET): जो उम्मीदवार CBT पास करते हैं, उन्हें PET देना होता है। इसमें शारीरिक फिटनेस की जांच की जाती है।
  3. दस्तावेज़ सत्यापन: PET पास करने वाले उम्मीदवारों को दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया जाता है। इसमें सभी आवश्यक दस्तावेज़ों की जांच होती है।
  4. चिकित्सा परीक्षा: अंतिम चरण चिकित्सा परीक्षा होती है जिसमें उम्मीदवारों की स्वास्थ्य स्थिति की जांच होती है।

ग्रुप डी वेतन और लाभ

ग्रुप डी कर्मचारियों को आकर्षक वेतन पैकेज मिलता है। वर्तमान में वेतन संरचना निम्नलिखित है:

  • बेसिक पे: ₹18,000 प्रति माह
  • अन्य भत्ते: महंगाई भत्ता, यात्रा भत्ता आदि।
  • कुल वेतन: ₹22,000 से ₹25,000 प्रति माह (अनुमानित)

करियर विकास

ग्रुप डी कर्मचारियों को प्रदर्शन के आधार पर पदोन्नति मिलती है। इसके अलावा, उन्हें विभागीय परीक्षाओं के लिए भी पात्रता प्राप्त होती है। इससे उन्हें उच्चतर पदों पर जाने का अवसर मिलता है।

निष्कर्ष

ग्रुप डी भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो यात्रियों को सुरक्षित यात्रा प्रदान करने में मदद करता है। ट्रैक मेंटेनर जैसे पद रेलवे के सुचारू संचालन के लिए अत्यंत आवश्यक होते हैं। यदि आप भारतीय रेलवे में करियर बनाने के इच्छुक हैं तो ग्रुप डी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों पर आधारित है। ग्रुप डी भर्ती प्रक्रिया समय-समय पर बदल सकती है; इसलिए उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक घोषणाओं पर ध्यान दें। हम इस जानकारी की सटीकता के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेते हैं।

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